अजन्मी बेटी का खत मां के नाम
प्यारी मम्मी
मै खुश हू और रब से अरदास करती हू कि आप भी सुखी रहे यह खत इसलिए लिख रही हू कि मेने एक सनसनीखेज खबर सुनी है । खबर यह है कि आपको मेरे लड़की होने का पता चला आप मुझे मारने जा रही है मुझे तो यकीन नही हुआ मेरी मम्मी ऐसा केसे कर सकती है ? गर्भ मे ही अपनी लाडली के शरीर पर चोट का दर्द एक मां केसे सह सकती है ?बस आप एक बार कह दो मां ये सब झूठ है । यह सब देखकर सुनकर मै बहुत डर गयी हू । मेरे तो हाथ भी इतने नाजुक है बताऔ जैसे कि डॉक्टर के क्लिनिक की तरफ जाते वक्त आपका आंचल भी जोर से नही खींच सकती बाहें इतनी पतली और कमजोर है कि लता के जैसे इन्हे आपके गले मे डाल कर लिपट भी नही सकती
मुझे एक दवा इस तरह आपके शरीर से फिसला देगी जैसे गीले हाथो से साबुन की टिकिया फिसलती है ।
नहीं मम्मी नहीं ऐसा कभी मत करना खत इसलिए लिख रही हू कि अभी तक तो मेरी आवाज भी नही है
अरज करू भी तो किससे और केसे? मुझे जन्म लेने की बड़ी ललक है । अभी तो आंगन मे नन्हे नन्हे पैरो से नाचना है मै आपका खर्च नही बढाऊगी । मत लेकर देना मुझे पाजेब । मै दीदी की छोटी पड चुकी पाजेब पहन लुंगी । भाई के तंग हो गये कपड़े पहन लूंगी । बस एक बार मुझे इस कोख से निकलकर चादं तारो से भरे आपके आसमान के नीचे जीने का अधिकार दिजिये । मै आपकी बेटी हू आपकी प्यारी परी । मुझे अपने घर मे उतर लेने दो मम्मी बेटा होता तो पाल लेती फिर मुझमे क्या बुराई है
और हां दहेज से मत डरना । यह सब भुलावा है । एक बेटे के लिए कई बेटियो की बलि आखिर ये महापाप भी तो आप और आपके चहेते बेटो पर ही चढेगा
बस मुझे जन्म दे दो । कुछ कोशिश आप करना कुछ मै करूगी । पैरो पर खडी हो जाउंगी । बस फिर दहेज क्या चीज है । इसका डर तो खत्म हो जाएगा । देखना मेरे हाथो मे भी मेहदी सजेगी शगुन भरी डोली निकलेगी । और आंगन से चिड़िया बन कर उड़ जाउंगी ।आप अभी से मुझे मत उड़ाइए । मै आपके प्यार का बीज हू।मुझे मत मारिये मां । अपनी पास की डाल पर फूल बनकर खिलने दीजिए ।
कन्या को कोख मे मत मारो ।
जीवन चक्र को मत बिगाड़ो ।।
जीवन चक्र को मत बिगाड़ो
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Save the girl child movement india by KotaRJPawan
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