Monday, 7 October 2024

How to manage stress and mental health at work article world mental health day 2024 by international relationship expert,psychologist and founder of Lovetalk podcast Kota RJ PAWAN

कार्य के दबाव में मानसिक स्वास्थ्य को कैसे ठीक रखे top 10 tips वर्क प्लेस पर स्ट्रेस को मैनेज करने के अभी पढ़े
https://kotarjpawan.blogspot.com/2024/09/suicide-prevention-comprehensive-guide.html?m=1आज के समय मे काम बहुत ज्यादा बढ गया है और लोगों के ऊपर उसका प्रेशर दबाव भी हर दिन बढ़ता जा रहा है यदि हम काम समय पर या अधूरा छोड़ देते है तो हमे सीनियर या बॉस से डाट सुननी पड़ती है और उसका असर हमारी परफॉर्मेंस पर भी पड़ता है. लेकिन हमारे सहकर्मी कॉलीग हमसे आगे निकल जाते है जिसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है कार्य का दबाव सभी पर होता है किसी पर कम तो किसी पर ज्यादा ऐसे में इतने ज्यादा कार्य के दबाव के बीच मे हम किस तरह से अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते है इसी को ध्यान रखकर और वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की 2024की थीम mental Health at work को मद्दे नजर रखकर कोटा आरजे पवन सर ने ये आर्टिकल लिखा गया है लेखक का मूल नाम पवन कुमार चौहान है ये पिछले 3वर्षो से रिलेशनशिप आधारित भारत के नम्बर एक तथा यूएसए, यूके, स्पेन, चाइना समेत 12 देशों में सुने जाने वाले lovetalk podcast के फाउंडर & होस्ट एवं फेमस रिलेशनशिप psychologist , पवन आईआईटी खड़गपुर से स्ट्रेस मैनेजमेंट में ट्रेनिंग देने के लिए सर्टिफाइड है , पॉडकास्ट के जरिए सच्चे रिश्तों के खराब या बचाने के लिए प्रयासरत है काम का बोझ आजकल नई समस्याओं को जन्म दे रहा है जिसमे स्ट्रेस, स्ट्रेस बर्नआउट और अन्य मानसिक समस्याएं दिन ब दिन बढ़ती जा रही है अगर समय रहते इसको मेनेज नही किया तो गंभीर मानसिक बीमारियो का रूप ले सकता है हम आपको आज 10 तरीके टिप्स बताने जा रहे है जिसकी सहायता से आप अपना वर्क प्रेशर कार्य का दवाब भी कम कर पायेंगे और अपने मानसिक स्वास्थ्य को भी पहले की तुलना में बेहतर बना पायेंगे 

1.  व्यायाम/कसरत करे अब यदि आप सोचते हैं कि आप पूरा दिन काम करेंगे और आपकी मेंटल हेल्थ स्वस्थ बनी रहेगी तो आप गलत हैं। दरअसल जो लोग व्यायाम करते हैं या एक घंटा योग करते हैं, वे दूसरों की तुलना में बेहतर तरीके से काम कर पाने में सक्षम होते हैं। इसलिए आज से आप भी अपने जीवन में व्यायाम व योग को एक अभिन्न अंग बना लें और रोजाना इसे शुरू करें। यदि शुरू में एक घंटा ज्यादा लगता है तो आप आधे घंटे से ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं।2. संतुलित और ऑर्गेनिक कम मिलावटी आहार ले व्यायाम के साथ साथ सही आहार का लिया जाना भी बहुत जरुरी होता है। लोग आज के समय में वर्क प्रेशर के चक्कर में बाहर का खाना खा लेते हैं जो कि सही नहीं है। आप जितना ज्यादा बाहर का बना हुआ खाना या फास्ट फूड खायेंगे उतनी ही आपकी मेंटल हेल्थ भी बिगडती चली जाएगी। इसलिए घर का बना हुआ खाना ही खाएं। घर का खाना भी ऐसा हो जो आपकी मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा हो जैसे कि हरी सब्जियां, मेवे, चने इत्यादि।3. अपने स्किल्स को बेहतर करे और नए स्किल सीखे आपको अपनी स्किल्स को बढ़ाने पर भी जोर देना चाहिए क्योंकि जो काम आप 4 घंटे में कर पाते हैं, वह शायद आप स्किल्स को बढ़ाकर 2 घंटे में ही कर लेंhttps://kotarjpawan.blogspot.com/2024/09/suicide-prevention-comprehensive-guide.html?m=14.मल्टीटास्किंग में महारत हासिल करे स्किल्स को बढ़ाने का फायदा यह होगा कि आप एक साथ कई तरह के काम को हैंडल करने में पारंगत होते चले जाएंगे। फिर आपको एक साथ कई काम करने और उन्हें तेजी से निपटाने की आदत हो जाएगी जो आपकी कार्य क्षमता को बढ़ाने का ही काम करेगी। इस तरह से आप मल्टी टास्किंग के माध्यम से भी अपनी मेंटल हेल्थ को सुधार सकते हैं।5. अपनी टीम का सहयोग लेआप जिस भी कंपनी में काम कर रहे हैं, आपको वहां के अन्य कर्मचारियों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहिए। यदि आप टीम में सभी के साथ मिलकर काम करते हैं तो इससे काम का तनाव भी कम होता है और ऑफिस में भी मन लगा रहता है। इसलिए ऑफिस में अपने कुछ अच्छे दोस्त बनाएं जो आपके साथ काम करने को तैयार हों।


6. टाइम मैनेजमेंट को समझे और डेली रूटीन में शामिल करे आपको टाइम मैनेजमेंट अर्थात समय का प्रबंधन करना भी आना चाहिए। अब जो लोग टाइम मैनेजमेंट में बुरे होते हैं तो अक्सर यह देखा जाता है कि उन पर काम का प्रेशर भी ज्यादा होता है क्योंकि वे अपना काम समय पर निपटा ही नहीं पाते हैं। ऐसे में टाइम मैनेजमेंट की सहायता से आप अपना काम जल्दी और सरल तरीके से कर सकते हैं और मेंटल हेल्थ को ठीक रख सकते हैं।7. विश्वसनीय दोस्त बनाएं और उनसे मदद ले आपको टाइम मैनेजमेंट अर्थात समय का प्रबंधन करना भी आना चाहिए। अब जो लोग टाइम मैनेजमेंट में बुरे होते हैं तो अक्सर यह देखा जाता है कि उन पर काम का प्रेशर भी ज्यादा होता है क्योंकि वे अपना काम समय पर निपटा ही नहीं पाते हैं। ऐसे में टाइम मैनेजमेंट की सहायता से आप अपना काम जल्दी और सरल तरीके से कर सकते हैं और मेंटल हेल्थ को ठीक रख सकते हैं।8. अपना सटीक आंकलन करते रहें https://kotarjpawan.blogspot.com/2024/09/suicide-prevention-comprehensive-guide.html?m=1आपको समय समय पर अपना स्किल, टाइम मैनेजमेंट, इंडस्ट्री नॉलेज का आंकलन भी करते रहना चाहिए और इसके लिए आपको खुद का टेस्ट लेना चाहिए। 9. लाइफ में पावर ब्रेक लेते रहें मेंटल हेल्थ को ठीक रखने के लिए आपको अपने काम से ब्रेक लेने की भी जरुरत है क्योंकि आप कोई मशीन नहीं हैं जो हर समय काम करते रहें। यदि आप खुद को ब्रेक नहीं देंगे तो एक दिन आपका यह दिमाग काम करना ही बंद कर देगा और उस समय आप कुछ नही कर पाएंगे। इसलिए कुछ दिन की छुट्टी लें और घूम कर आएं।10. नींद से समझोता नही अब आप हर दिन अपनी औसत नींद से कम सोते हैं तो आप बहुत गलत कर रहे हैं क्योंकि यह ना आपका काम ठीक से बनने देगा और आपकी मेंटल हेल्थ को और बुरा बनाएगा, वो अलग। सामान्य तौर पर एक व्यक्ति को दिन में 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इसलिए आप रोजाना इतनी नींद नहीं लेते हैं तो आप गलत कर रहे हैं। ऐसे में आज से ही कम से कम 7 घंटे और ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे की नींद लेना शुरू कर दें।https://kotarjpawan.blogspot.com/2024/09/suicide-prevention-comprehensive-guide.html?m=1
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो लाइक और शेयर करे अपना ईमेल डालकर आगे ऐसे ही स्वास्थ्य से जुड़े आर्टिकल्स के लिए ब्लॉग सब्सक्राइब करना ना भूले आप हमारे Kota RJ Pawan Sir के सोशल मीडिया हैंडल को भी फॉलो कर सकते है धन्यवाद 


                                                                Kotarjpawan 




international relationship expert and psychologist IIT Kharagpur Stress management's certified trainer,founder of lovetalk podcast 





Tuesday, 10 September 2024

Suicide Prevention: A Comprehensive Guide by Kotarjpawan international relationship expert and psychologist founder of truelove18club international

Suicide Prevention: A Comprehensive Guide by Kotarjpawan 


Suicide is a serious public health concern that affects individuals, families, and communities worldwide. In the United States, suicide is the 10th leading cause of death, claiming over 47,000 lives in 2020 alone. Preventing suicide requires a multifaceted approach that involves individuals, communities, organizations, and governments working together to identify risk factors, provide support, and promote help-seeking behaviors.


I. Understanding Suicide Risk Factors


1. Mental health conditions: Depression, anxiety, substance abuse, and other mental health conditions increase the risk of suicide.

2. Trauma: Experiencing trauma, such as physical or emotional abuse, can lead to suicidal thoughts.

3. Social isolation: Feeling disconnected from others can increase the risk of suicide.

4. Loss: Experiencing a significant loss, such as the death of a loved one or a job, can trigger suicidal thoughts.



II. Identifying Warning Signs


1. Changes in behavior: Withdrawal, irritability, or recklessness can be warning signs.

2. Verbal cues: Talking about death, dying, or suicide can indicate risk.

3. Emotional distress: Expressing hopelessness, helplessness, or despair can be a warning sign.


III. Prevention Strategies


1. Encourage open conversations: Talk openly about mental health and suicide.

2. Foster connections: Build strong relationships and social support networks.

3. Promote help-seeking behaviors: Encourage individuals to seek professional help.

4. Reduce access to means: Secure firearms, medications, and other means of self-harm.


IV. Community-Based Initiatives


1. Mental health education: Provide education and training on mental health and suicide prevention.

2. Support groups: Establish support groups for individuals affected by suicide.

3. Crisis hotlines: Establish crisis hotlines and online support services.

4. Collaborate with healthcare providers: Work with healthcare providers to identify and support at-risk individuals.


V. Conclusion


Suicide prevention requires a comprehensive approach that involves individuals, communities, organizations, and governments working together. By understanding risk factors, identifying warning signs, and implementing prevention strategies, we can reduce the risk of suicide and promote mental health and well-being.





Please note that this report is not exhaustive, and if you or someone you know is struggling with suicidal thoughts, please reach out to a trusted adult, mental health professional, or call a crisis hotline such as the National Suicide Prevention Lifeline (1-800-273-TALK (8255) in the US).

Sunday, 28 July 2024

Indian Community Radio prize distribution by central minister Ashwini Vaishnaw on 25 July 2024


 

केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आईआईएमसी आइजोल में भारत के 500वें सामुदायिक रेडियो स्टेशन- अपना रेडियो 90.0 एफएम का उद्घाटन किया

श्री वैष्णव ने 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की

आईआईएमसी का अपना रेडियो स्टेशन, भारत की एक्ट ईस्ट नीति में एक महत्वपूर्ण घटना: श्री वैष्णव

केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री (आई एंड बी) श्री अश्विनी वैष्णव ने आज 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की। मंत्री ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और मिजोरम के मुख्यमंत्री श्री लालदुहोमा की उपस्थिति में भारत के 500वें सामुदायिक रेडियो स्टेशन का भी उद्घाटन किया। ‘अपना रेडियो 90.0 एफएम’ स्टेशन भारतीय जनसंचार संस्थान, आइजोल द्वारा संचालित एक स्टेशन है।

भारत की सामुदायिक रेडियो यात्रा में इस घटना की जानकारी देते हुए, श्री वैष्णव ने कहा कि यह पहल अपना रेडियो स्टेशन के कवरेज क्षेत्र में लोगों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह शुरूआत सरकार की एक्ट ईस्ट नीति में भी एक महत्वपूर्ण घटना है। मंत्री ने मिजोरम के मुख्यमंत्री को बताया कि केन्द्रीय बजट में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए रेलवे बजट के तहत रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। इससे अच्छी रेलवे कनेक्टिविटी पाने का मिजोरम का लंबे समय से संजोया हुआ सपना पूरा होगा।

मुख्यमंत्री श्री लालदुहोमा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आईआईएमसी आइजोल में अपना रेडियो स्टेशन राज्य के लिए संचार में एक नया अध्याय लिखेगा। कृषि क्षमता काफी अधिक होने के कारण मिजोरम मुख्य रूप से कृषि प्रधान राज्य है। किसान समुदाय के लिए सामुदायिक रेडियो स्टेशन की स्थापना करना बेहद फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे उन्हें मौसम की दैनिक जानकारी, सरकारी योजनाएं और कृषि संबंधी जानकारी मिलेगी। उन्होंने इस परियोजना को वास्तविकता में बदलने में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अन्य सभी हितधारकों की उनके अटूट समर्थन और समर्पण के लिए सराहना की।

केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने ऐसे स्टेशनों की सामाजिक रूप से लाभकारी प्रकृति पर प्रकाश डाला और कहा कि निजी रेडियो चैनलों की व्यावसायिक प्रकृति के विपरीत, सामुदायिक रेडियो स्टेशन अंतिम छोर तक सूचना के प्रसार के प्रति प्रतिबद्धता के कारण स्थापित किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्राकृतिक आपदा के समय इन स्टेशनों की भूमिका काफी बढ़ जाती है।

इस अवसर पर उपस्थित सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव श्री संजय जाजू ने कहा कि सामुदायिक रेडियो स्टेशन कृषि, किसान कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं, मौसम संबंधी जानकारी आदि से संबंधित सूचनाओं के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये एक अनूठा मंच प्रदान करते हैं, जहां वैकल्पिक आवाजें सुनी जा सकती हैं और स्थानीय बोलियों और क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री वितरित की जाती है। ये सामुदायिक रेडियो समाज के गरीब और हाशिए पर पड़े वर्ग के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, जिनकी मुख्यधारा के मीडिया तक पहुंच नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय देश भर में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के विकास को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है।

आईआईएमसी की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर ने कहा कि 'अपना रेडियो 90.0 एफएम' का उद्घाटन मिजोरम के इतिहास में एक नया अध्याय है, जो संवाद के माध्यम से समुदायों को एक साथ लाएगा, स्थानीय संस्कृति को प्रदर्शित करेगा, नागरिकों को बढ़ावा देगा और उन्हें सशक्त बनाएगा।


10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेता

श्रेणी: विषयगत पुरस्कार

  • प्रथम पुरस्कार: रेडियो मयूर, जिला सारण, बिहार, कार्यक्रम: टेक सखी के लिए
  • द्वितीय पुरस्कार: रेडियो कोच्चि, केरल कार्यक्रम: निरंगल के लिए
  • तृतीय पुरस्कार: हैलो दून, देहरादून, उत्तराखंड कार्यक्रम : मेरी बात के लिए

श्रेणी: सर्वाधिक नवीन सामुदायिक सहभागिता पुरस्कार

· प्रथम पुरस्कार: यरलावानी सांगली, महाराष्ट्र कार्यक्रम के लिए: कहानी सुनंदाची

· द्वितीय पुरस्कार: वायलागा वनोली, मदुरै, तमिलनाडु को कार्यक्रम: आइए एक नया मानदंड बनाएं के लिए

· तृतीय पुरस्कार: सलाम नमस्ते नोएडा, उत्तर प्रदेश कार्यक्रम के लिए: नौकरानी दीदी

श्रेणी: स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पुरस्कार

· प्रथम पुरस्कार: रेडियो ब्रह्मपुत्र, डिब्रूगढ़, असम, कार्यक्रम: इगारेकुन के लिए

· दूसरा पुरस्कार: रेडियो कोटागिरी, नीलगिरी, तमिलनाडु कार्यक्रम के लिए: एन मक्कलुडन ओरु पायनम

· तृतीय पुरस्कार: रेडियो एक्टिव, भागलपुर बिहार कार्यक्रम के लिए: अंग प्रदेश की अद्भुत धरोहर

श्रेणी: स्थिरता मॉडल पुरस्कार

· प्रथम पुरस्कार: बिशप बेंज़िगर हॉस्पिटल सोसाइटी, कोल्लम, केरल द्वारा संचालित रेडियो बेंज़िगर

· द्वितीय पुरस्कार: यंग इंडिया द्वारा संचालित रेडियो नमस्कार, कोणार्क, ओडिशा

· तृतीय पुरस्कार: शरणबस्बेस्वरा विद्या वर्धक संघ द्वारा संचालित रेडियो अंतरवाणी, गुलबर्गा, कर्नाटक

 

मंत्रालय ने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों (सीआरएस) के बीच नवाचार और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2011-12 में राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कारों की शुरूआत की थी।

 राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार आम तौर पर हर साल प्रदान किए जाते हैं। इसी कड़ी में मंत्रालय ने आज निम्नलिखित श्रेणियों में 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की है

  1. विषयगत पुरस्कार
  2. सर्वाधिक नवोन्मेषी सामुदायिक सहभागिता पुरस्कार
  3. स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु पुरस्कार
  4. स्थिरता मॉडल पुरस्कार

प्रत्येक श्रेणी में प्रथमद्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः 1.0 लाख रुपये, 75,000 रुपये और 50,000 रुपये हैं।

Wednesday, 12 April 2023

How to manage your personal and professional work life balance 6 life hacks tips by international relationship expert kotarjpawan

 अपने काम और निजी जीवन में बैलेंस रखना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है।



 अपने वर्क औरलाइफ को बैलेंस करना कभी-कभी मुश्किल हो जाता हैलेकिन आप नीचे दिए गए टिप्स से उसे बेहतर बना सकते हैं।


1. बाउंड्रीज सेट करें - अपने ऑफिस के कॉल्स एवं इमेल्स का जवाब देने के लिए एक समय तय कर लें। इससे आप अपने पर्सनलऔर प्रोफेशनल जीवन दोनों को बराबर टाइम दे सकते हैं।


2. अपनी प्रायोरिटी तय करें - अपने ऑफिस के काम में जो काम सबसे ज़रूरी हैउसे पहले प्राथमिकता दें। इससे आप बेहतरतरीके से अपने टाइम को मैनेज कर पाएंगे और तनाव मुक्त रहेंगे।


3. ब्रेक लें - काम के बीच में ब्रेक ज़रूर लें। इससे आपका दिमाग और शरीर दोनों ही तरोताज़ा रहेगा। ब्रेक टाइम में आप थोड़ी देरटहलने जा सकते हैंएक्सरसाइज कर सकते हैंया फिर कुछ मिनटों के लिए आप अपने वर्क डेस्क से दूर जा सकते हैं।


4.खुद के लिए समय निकालें - अपने लिए समय निकालना वर्क-लाइफ बैलेंस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे आप रिलैक्स्ड रहेंगेजिससे आप अपने काम में भी बेहतर फ़ोकस कर पाएंगे।

5. परिवार का समय तय कर दे क्योंकि वो है तो पैसा कमाने का कोई मतलब नहीं है

6. किसी भी फ़ैसले को लेने से पहले दोनों पक्षों को देख ले सुन ले और ग़ुस्से में फ़ैसले लेने बचे 


बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस के लिए आपके क्या टिप्स हैं?कमेण्ट्स बॉक्स में  ज़रूर शेयर करे और अपने दोस्तों में ये ब्लॉग शेयर करना ना भूले 

Kotarjpawan 

International relationship expert 

Founder Truelove18club